महाभारतम् — 16.8.62
Original
Segmented
धनञ्जयः तु दैवम् तत् मनसा अचिन्तयत् प्रभुः दुःख-शोक-समाविष्टः निःश्वास-परमः ऽभवत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धनञ्जयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| दैवम् | दैव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अचिन्तयत् | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| प्रभुः | प्रभु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| समाविष्टः | समाविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| निःश्वास | निःश्वास | pos=n,comp=y |
| परमः | परम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |