महाभारतम् — 16.8.73
Original
Segmented
द्वारका-वासिनः ये तु पुरुषाः पार्थम् अन्वयुः यथार्हम् संविभज्य एनान् वज्रे पर्यददत् जयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्वारका | द्वारका | pos=n,comp=y |
| वासिनः | वासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| पुरुषाः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अन्वयुः | अनुया | pos=v,p=3,n=p,l=lun |
| यथार्हम् | यथार्ह | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| संविभज्य | संविभज् | pos=vi |
| एनान् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वज्रे | वज्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पर्यददत् | परिदा | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| जयः | जय | pos=n,g=m,c=1,n=s |