महाभारतम् — 18.2.14
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति उक्त्वा तम् ततो देवा देव-दूतम् उपादिशन् युधिष्ठिरस्य सुहृदो दर्शय इति परंतप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ततो | ततस् | pos=i |
| देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| दूतम् | दूत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपादिशन् | उपदिश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| युधिष्ठिरस्य | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सुहृदो | सुहृद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| दर्शय | दर्शय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |