महाभारतम् — 2.11.60
Original
Segmented
एतस्मात् कारणात् पार्थ हरिश्चन्द्रो विराजते तेभ्यो राज-सहस्रेभ्यः तत् विद्धि भरत-ऋषभ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एतस्मात् | एतद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| कारणात् | कारण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| हरिश्चन्द्रो | हरिश्चन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विराजते | विराज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तेभ्यो | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| सहस्रेभ्यः | सहस्र | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |