महाभारतम् — 2.11.64
Original
Segmented
तपसा ये च तीव्रेण त्यजन्ति इह कलेवरम् ते ऽपि तत् स्थानम् आसाद्य श्रीमन्तो भान्ति नित्यशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| तीव्रेण | तीव्र | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| त्यजन्ति | त्यज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| इह | इह | pos=i |
| कलेवरम् | कलेवर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
| श्रीमन्तो | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| भान्ति | भा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |