महाभारतम् — 2.11.66
Original
Segmented
समर्थो ऽसि महीम् जेतुम् भ्रातरः ते वशे स्थिताः राजसूयम् क्रतु-श्रेष्ठम् आहरस्व इति भारत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| समर्थो | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| जेतुम् | जि | pos=vi |
| भ्रातरः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वशे | वश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स्थिताः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| राजसूयम् | राजसूय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| क्रतु | क्रतु | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आहरस्व | आहृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |