महाभारतम् — 2.11.68
Original
Segmented
बहु-विघ्नः च नृपते क्रतुः एष स्मृतो महान् छिद्रानि अत्र हि वाञ्छन्ति यज्ञ-घ्नाः ब्रह्मराक्षसाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| विघ्नः | विघ्न | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| नृपते | नृपति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| क्रतुः | क्रतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्मृतो | स्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| छिद्रानि | छिद्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| वाञ्छन्ति | वाञ्छ् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| घ्नाः | घ्न | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ब्रह्मराक्षसाः | ब्रह्मराक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |