महाभारतम् — 2.11.72
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् आख्याय पार्थेभ्यो नारदो जनमेजय जगाम तैः वृतो राजन्न् ऋषिभिः यैः समागतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| आख्याय | आख्या | pos=vi |
| पार्थेभ्यो | पार्थ | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| नारदो | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वृतो | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| ऋषिभिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| यैः | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| समागतः | समागम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |