महाभारतम् — 2.12.14
Original
Segmented
दर्वी-होमान् उपादाय सर्वान् यः प्राप्नुते क्रतून् अभिषेकम् च यज्ञ-अन्ते सर्व-जित् तेन च उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दर्वी | दर्वी | pos=n,comp=y |
| होमान् | होम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उपादाय | उपादा | pos=vi |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्राप्नुते | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| क्रतून् | क्रतु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अभिषेकम् | अभिषेक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| जित् | जित् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |