महाभारतम् — 2.12.19
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच इयम् या राजसूयस्य सम्राज्-अर्हस्य सुक्रतोः श्रद्दधानस्य वदतः स्पृहा मे सा कथम् भवेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| राजसूयस्य | राजसूय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सम्राज् | सम्राज् | pos=n,comp=y |
| अर्हस्य | अर्ह | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| सुक्रतोः | सुक्रतु | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| श्रद्दधानस्य | श्रद्धा | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| वदतः | वद् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| स्पृहा | स्पृहा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |