महाभारतम् — 2.12.34
Original
Segmented
तम् विश्रान्तम् शुभे देशे क्षणिनम् कल्यम् अच्युतम् धर्मराजः समागम्य ज्ञापयत् स्वम् प्रयोजनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विश्रान्तम् | विश्रम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| शुभे | शुभ | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| क्षणिनम् | क्षणिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कल्यम् | कल्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अच्युतम् | अच्युत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धर्मराजः | धर्मराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समागम्य | समागम् | pos=vi |
| ज्ञापयत् | ज्ञापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्रयोजनम् | प्रयोजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |