महाभारतम् — 2.13.51
Original
Segmented
स्त्रियो ऽपि यस्याम् युध्येयुः किम् पुनः वृष्णि-पुंगवाः तस्याम् वयम् अमित्र-घ्न निवसामो ऽकुतोभयाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्त्रियो | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| यस्याम् | यद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| युध्येयुः | युध् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
| पुंगवाः | पुंगव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तस्याम् | तद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| अमित्र | अमित्र | pos=n,comp=y |
| घ्न | घ्न | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| निवसामो | निवस् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| ऽकुतोभयाः | अकुतोभय | pos=a,g=m,c=1,n=p |