महाभारतम् — 2.17.21
Original
Segmented
प्रविश्य नगरम् च एव ज्ञाति-सम्बन्धिन् वृतः अभिषिच्य जरासंधम् मगध-अधिपतिः तदा बृहद्रथो नरपतिः पराम् निर्वृतिम् आययौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| नगरम् | नगर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
| सम्बन्धिन् | सम्बन्धिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अभिषिच्य | अभिषिच् | pos=vi |
| जरासंधम् | जरासंध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मगध | मगध | pos=n,comp=y |
| अधिपतिः | अधिपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| बृहद्रथो | बृहद्रथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नरपतिः | नरपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| निर्वृतिम् | निर्वृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आययौ | आया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |