महाभारतम् — 2.19.11
Original
Segmented
अर्थ-सिद्धिम् तु अनपगाम् जरासंधो ऽभिमन्यते वयम् आसादने तस्य दर्पम् अद्य निहन्म हि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| अनपगाम् | अनपग | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| जरासंधो | जरासंध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभिमन्यते | अभिमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| आसादने | आसादन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दर्पम् | दर्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| निहन्म | निहन् | pos=v,p=1,n=p,l=lot |
| हि | हि | pos=i |