महाभारतम् — 2.20.15
Original
Segmented
स्वर्गम् हि एव समास्थाय रण-यज्ञेषु दीक्षिताः यजन्ते क्षत्रिया लोकान् तत् विद्धि मगध-अधिपैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| समास्थाय | समास्था | pos=vi |
| रण | रण | pos=n,comp=y |
| यज्ञेषु | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| दीक्षिताः | दीक्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| यजन्ते | यज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| क्षत्रिया | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मगध | मगध | pos=n,comp=y |
| अधिपैः | अधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |