महाभारतम् — 2.22.22
Original
Segmented
चिन्तयामास कृष्णो ऽथ गरुत्मन्तम् स च अभ्ययात् क्षणे तस्मिन् स तेन आसीत् चैत्य-यूपः इव उच्छ्रितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| चिन्तयामास | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कृष्णो | कृष्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| गरुत्मन्तम् | गरुत्मन्त् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभ्ययात् | अभिया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| क्षणे | क्षण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| चैत्य | चैत्य | pos=n,comp=y |
| यूपः | यूप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| उच्छ्रितः | उच्छ्रि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |