महाभारतम् — 2.26.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एतस्मिन्न् एव काले तु भीमसेनो ऽपि वीर्यवान् धर्मराजम् अनुज्ञाप्य ययौ प्राचीम् दिशम् प्रति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एतस्मिन्न् | एतद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| भीमसेनो | भीमसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| धर्मराजम् | धर्मराज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुज्ञाप्य | अनुज्ञापय् | pos=vi |
| ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्राचीम् | प्राञ्च् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| दिशम् | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |