महाभारतम् — 2.28.5
Original
Segmented
निषाद-भूमिम् गोशृङ्गम् पर्वत-प्रवरम् तथा तरसा व्यजयद् धीमाञ् श्रेणिमन्तम् च पार्थिवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निषाद | निषाद | pos=n,comp=y |
| भूमिम् | भूमि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| गोशृङ्गम् | गोशृङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
| प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| तरसा | तरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| व्यजयद् | विजि | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| धीमाञ् | धीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| श्रेणिमन्तम् | श्रेणिमन्त् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| पार्थिवम् | पार्थिव | pos=n,g=m,c=2,n=s |