महाभारतम् — 2.34.8
Original
Segmented
आचार्यम् मन्यसे कृष्णम् अथ वा कुरु-पुंगवैः द्रोणे तिष्ठति वार्ष्णेयम् कस्माद् अर्चितवान् असि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आचार्यम् | आचार्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| कृष्णम् | कृष्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| पुंगवैः | पुंगव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| द्रोणे | द्रोण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वार्ष्णेयम् | वार्ष्णेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कस्माद् | कस्मात् | pos=i |
| अर्चितवान् | अर्च् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |