महाभारतम् — 2.44.17
Original
Segmented
दुर्योधन उवाच अप्रमादेन सुहृदाम् अन्येषाम् च महात्मनाम् यदि शक्या विजेतुम् ते तत् मे आचक्ष्व मातुल
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुर्योधन | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अप्रमादेन | अप्रमाद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सुहृदाम् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अन्येषाम् | अन्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| महात्मनाम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| यदि | यदि | pos=i |
| शक्या | शक् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| विजेतुम् | विजि | pos=vi |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| आचक्ष्व | आचक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
| मातुल | मातुल | pos=n,g=m,c=8,n=s |