महाभारतम् — 2.44.5
Original
Segmented
धनंजयेन गाण्डीवम् अक्षय्यौ च महा-इषुधि लब्धानि अस्त्राणि दिव्यानि तर्पयित्वा हुताशनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धनंजयेन | धनंजय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| गाण्डीवम् | गाण्डीव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अक्षय्यौ | अक्षय्य | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| च | च | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| इषुधि | इषुधि | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| लब्धानि | लभ् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| अस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| दिव्यानि | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=p |
| तर्पयित्वा | तर्पय् | pos=vi |
| हुताशनम् | हुताशन | pos=n,g=m,c=2,n=s |