महाभारतम् — 2.45.6
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच दुर्योधन कुतोमूलम् भृशम् आर्तो ऽसि पुत्रक श्रोतव्यः चेद् मया सो ऽर्थो ब्रूहि मे कुरु-नन्दन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दुर्योधन | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कुतोमूलम् | कुतोमूल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| आर्तो | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| पुत्रक | पुत्रक | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| श्रोतव्यः | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽर्थो | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| नन्दन | नन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |