महाभारतम् — 2.5.103
Original
Segmented
नारद उवाच कच्चिद् अभ्यागता दूराद् वणिजो लाभ-कारणात् यथोक्तम् अवहार्यन्ते शुल्कम् शुल्क-उपजीविभिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नारद | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कच्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अभ्यागता | अभ्यागम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| दूराद् | दूर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| वणिजो | वणिज् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| लाभ | लाभ | pos=n,comp=y |
| कारणात् | कारण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| यथोक्तम् | यथोक्तम् | pos=i |
| अवहार्यन्ते | अवहारय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| शुल्कम् | शुल्क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शुल्क | शुल्क | pos=n,comp=y |
| उपजीविभिः | उपजीविन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |