महाभारतम् — 2.5.106
Original
Segmented
कच्चित् ते कृषि-तन्त्रेषु गोषु पुष्प-फलेषु च धर्म-अर्थम् च द्विजातिभ्यो दीयते मधु-सर्पिस्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच्चित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कृषि | कृषि | pos=n,comp=y |
| तन्त्रेषु | तन्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| गोषु | गो | pos=n,g=,c=7,n=p |
| पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
| फलेषु | फल | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| द्विजातिभ्यो | द्विजाति | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| दीयते | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मधु | मधु | pos=n,comp=y |
| सर्पिस् | सर्पिस् | pos=n,g=n,c=1,n=d |