महाभारतम् — 2.5.33
Original
Segmented
अमात्यान् उपध-अतीतान् पितृपैतामहाञ् शुचीन् श्रेष्ठाञ् श्रेष्ठेषु कच्चित् त्वम् नियोजयसि कर्मसु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अमात्यान् | अमात्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उपध | उपधा | pos=n,comp=y |
| अतीतान् | अती | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| पितृपैतामहाञ् | पितृपैतामह | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| शुचीन् | शुचि | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| श्रेष्ठाञ् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| श्रेष्ठेषु | श्रेष्ठ | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| कच्चित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| नियोजयसि | नियोजय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |