महाभारतम् — 2.5.44
Original
Segmented
कच्चिद् दारान् मनुष्याणाम् ते अर्थे मृत्युम् एयुषाम् व्यसनम् च अभ्युपेतानाम् बिभर्षि भरत-ऋषभ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दारान् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मनुष्याणाम् | मनुष्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| मृत्युम् | मृत्यु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एयुषाम् | इ | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभ्युपेतानाम् | अभ्युपे | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| बिभर्षि | भृ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |