महाभारतम् — 2.52.9
Original
Segmented
दुरोदरा विहिता ये तु तत्र महात्मना धृतराष्ट्रेण राज्ञा तान् द्रक्ष्यसे कितवान् संनिविष्टान् इति आगतः ऽहम् नृपते तत् जुषस्व
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुरोदरा | दुरोदर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विहिता | विधा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| धृतराष्ट्रेण | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| राज्ञा | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| द्रक्ष्यसे | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| कितवान् | कितव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संनिविष्टान् | संनिविश् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| नृपते | नृपति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| जुषस्व | जुष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |