महाभारतम् — 2.57.2
Original
Segmented
सु विज्ञेयः पुरुषो अन्यत्र कामः निन्दा-प्रशंसे हि तथा युनक्ति जिह्वा मनः ते हृदयम् निर्व्यनक्ति ज्यायो निराह मनसः प्रातिकूल्यम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सु | सु | pos=i |
| विज्ञेयः | विज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| पुरुषो | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
| कामः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निन्दा | निन्दा | pos=n,comp=y |
| प्रशंसे | प्रशंसा | pos=n,g=f,c=2,n=d |
| हि | हि | pos=i |
| तथा | तथा | pos=i |
| युनक्ति | युज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| जिह्वा | जिह्वा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| निर्व्यनक्ति | निर्व्यञ्ज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ज्यायो | ज्यायस् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| निराह | निरह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मनसः | मनस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| प्रातिकूल्यम् | प्रातिकूल्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |