महाभारतम् — 2.61.65
Original
Segmented
प्रह्लाद उवाच त्वम् वै धर्मस्य विज्ञाता दैवस्य इह आसुरस्य च ब्राह्मणस्य महा-प्राज्ञैः धर्म-कृच्छ्रम् इदम् शृणु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रह्लाद | प्रह्लाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विज्ञाता | विज्ञातृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दैवस्य | दैव | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| आसुरस्य | आसुर | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| ब्राह्मणस्य | ब्राह्मण | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| प्राज्ञैः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| कृच्छ्रम् | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |