महाभारतम् — 2.64.5
Original
Segmented
त्रीणि ज्योतींषि पुरुष इति वै देवलो ऽब्रवीत् अपत्यम् कर्म विद्या च यतः सृष्टाः प्रजाः ततस्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्रीणि | त्रि | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| ज्योतींषि | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| वै | वै | pos=i |
| देवलो | देवल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अपत्यम् | अपत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| विद्या | विद्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| यतः | यतस् | pos=i |
| सृष्टाः | सृज् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| ततस् | ततस् | pos=i |