महाभारतम् — 2.66.10
Original
Segmented
अहीन् आशीविषान् क्रुद्धान् दंशाय समुपस्थितान् कृत्वा कण्ठे च पृष्ठे च कः समुत्स्रष्टुम् अर्हति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहीन् | अहि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आशीविषान् | आशीविष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| क्रुद्धान् | क्रुध् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| दंशाय | दंश | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| समुपस्थितान् | समुपस्था | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| कण्ठे | कण्ठ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| पृष्ठे | पृष्ठ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समुत्स्रष्टुम् | समुत्सृज् | pos=vi |
| अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |