महाभारतम् — 2.67.18
Original
Segmented
शकुनिः उवाच गो-अश्वम् बहु-धेनूकम् अपर्यन्तम् अजाविकम् गजाः कोशो हिरण्यम् च दासी-दासम् च सर्वशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शकुनिः | शकुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गो | गो | pos=n,comp=y |
| अश्वम् | अश्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| धेनूकम् | धेनूक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अपर्यन्तम् | अपर्यन्त | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अजाविकम् | अजाविक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| गजाः | गज | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कोशो | कोश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हिरण्यम् | हिरण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| दासी | दासी | pos=n,comp=y |
| दासम् | दास | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |