महाभारतम् — 2.68.10
Original
Segmented
महा-प्राज्ञः सोमको यज्ञसेनः कन्याम् पाञ्चालीम् पाण्डवेभ्यः प्रदाय अकार्षीद् वै दुष्कृतम् न इह सन्ति क्लीबाः पार्थाः पतयो याज्ञसेन्याः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| प्राज्ञः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सोमको | सोमक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यज्ञसेनः | यज्ञसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कन्याम् | कन्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पाञ्चालीम् | पाञ्चाली | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पाण्डवेभ्यः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| प्रदाय | प्रदा | pos=vi |
| अकार्षीद् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| वै | वै | pos=i |
| दुष्कृतम् | दुष्कृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| सन्ति | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| क्लीबाः | क्लीब | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| पार्थाः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पतयो | पति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| याज्ञसेन्याः | याज्ञसेनी | pos=n,g=f,c=6,n=s |