महाभारतम् — 2.68.16
Original
Segmented
भीमसेन उवाच क्रूर पाप-जनैः जुष्टम् अकृतार्थम् प्रभाषसे गान्धार-विद्यया हि त्वम् राज-मध्ये विकत्थसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीमसेन | भीमसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| क्रूर | क्रूर | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| पाप | पाप | pos=a,comp=y |
| जनैः | जन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| जुष्टम् | जुष् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| अकृतार्थम् | अकृतार्थ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्रभाषसे | प्रभाष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| गान्धार | गान्धार | pos=n,comp=y |
| विद्यया | विद्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विकत्थसे | विकत्थ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |