महाभारतम् — 2.68.29
Original
Segmented
वाक्य-शूरस्य च एव अस्य परुषस्य दुरात्मनः दुःशासनस्य रुधिरम् पातास्मि मृगराड् इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वाक्य | वाक्य | pos=n,comp=y |
| शूरस्य | शूर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| परुषस्य | परुष | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| दुरात्मनः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| दुःशासनस्य | दुःशासन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| रुधिरम् | रुधिर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पातास्मि | पा | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| मृगराड् | मृगराज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |