महाभारतम् — 2.68.37
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति उक्ते पार्थे तु श्रीमान् माद्रवती-सुतः प्रगृह्य विपुलम् बाहुम् सहदेवः प्रतापवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्ते | वच् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| पार्थे | पार्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| माद्रवती | माद्रवती | pos=n,comp=y |
| सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
| विपुलम् | विपुल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| बाहुम् | बाहु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सहदेवः | सहदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रतापवान् | प्रतापवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |