महाभारतम् — 2.70.11
Original
Segmented
रुरु-चर्म-आवृत-तनून् ह्रिया किंचिद् अवाङ्मुखान् परैः परीतान् संहृष्टैः सुहृद्भिः च अनुशोचितान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रुरु | रुरु | pos=n,comp=y |
| चर्म | चर्मन् | pos=n,comp=y |
| आवृत | आवृ | pos=va,comp=y,f=part |
| तनून् | तनु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| ह्रिया | ह्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवाङ्मुखान् | अवाङ्मुख | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| परैः | पर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| परीतान् | परी | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| संहृष्टैः | संहृष् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| सुहृद्भिः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| अनुशोचितान् | अनुशोचय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |