महाभारतम् — 2.72.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच वनम् गतेषु पार्थेषु निर्जितेषु दुरोदरे धृतराष्ट्रम् महा-राज तदा चिन्ता समाविशत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गतेषु | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| पार्थेषु | पार्थ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| निर्जितेषु | निर्जि | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| दुरोदरे | दुरोदर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धृतराष्ट्रम् | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| चिन्ता | चिन्ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| समाविशत् | समाविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |