महाभारतम् — 2.72.26
Original
Segmented
अवृणोत् तत्र पाञ्चाली पाण्डवान् अमित-ओजस् स रथान् स धनुष्कान् च अपि अनुज्ञासिषम् अप्य्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अवृणोत् | वृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| पाञ्चाली | पाञ्चाली | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अमित | अमित | pos=a,comp=y |
| ओजस् | ओजस् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स | स | pos=i |
| रथान् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स | स | pos=i |
| धनुष्कान् | धनुष्क | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अनुज्ञासिषम् | अपि | pos=i |
| अप्य् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |