महाभारतम् — 3.1.14
Original
Segmented
दुर्योधनो गुरु-द्वेषी त्यक्त-आचार-सुहृद्-जनः अर्थ-लुब्धः ऽभिमानी च नीचः प्रकृति-निर्घृणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुर्योधनो | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| द्वेषी | द्वेषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| त्यक्त | त्यज् | pos=va,comp=y,f=part |
| आचार | आचार | pos=n,comp=y |
| सुहृद् | सुहृद् | pos=n,comp=y |
| जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| लुब्धः | लुभ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽभिमानी | अभिमानिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| नीचः | नीच | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्रकृति | प्रकृति | pos=n,comp=y |
| निर्घृणः | निर्घृण | pos=a,g=m,c=1,n=s |