महाभारतम् — 3.10.16
Original
Segmented
सुरभिः उवाच यदि पुत्र-सहस्रम् मे सर्वत्र समम् एव मे दीनस्य तु सतः शक्र पुत्रस्य अभ्यधिका कृपा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुरभिः | सुरभि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यदि | यदि | pos=i |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
| समम् | सम | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दीनस्य | दीन | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| सतः | अस् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| शक्र | शक्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अभ्यधिका | अभ्यधिक | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| कृपा | कृपा | pos=n,g=f,c=1,n=s |