महाभारतम् — 3.10.17
Original
Segmented
व्यास उवाच तद् इन्द्रः सुरभि-वाक्यम् निशम्य भृश-विस्मितः जीवितेन अपि कौरव्य मेने ऽभ्यधिकम् आत्मजम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| व्यास | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इन्द्रः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सुरभि | सुरभि | pos=n,comp=y |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| निशम्य | निशम् | pos=vi |
| भृश | भृश | pos=a,comp=y |
| विस्मितः | विस्मि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| जीवितेन | जीवित | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| कौरव्य | कौरव्य | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| मेने | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ऽभ्यधिकम् | अभ्यधिक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |