महाभारतम् — 3.10.19
Original
Segmented
तद् यथा सुरभिः प्राह समम् एव अस्तु ते तथा सुतेषु राजन् सर्वेषु दीनेष्व् अभ्यधिका कृपा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| सुरभिः | सुरभि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| प्राह | प्राह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| समम् | सम | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| सुतेषु | सुत | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| दीनेष्व् | दीन | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| अभ्यधिका | अभ्यधिक | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| कृपा | कृपा | pos=n,g=f,c=1,n=s |