महाभारतम् — 3.102.18
Original
Segmented
त्रिदशानाम् वचः श्रुत्वा तथा इति मुनिः अब्रवीत् करिष्ये भवताम् कामम् लोकानाम् च महत् सुखम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्रिदशानाम् | त्रिदश | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| तथा | तथा | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| करिष्ये | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| भवताम् | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |