महाभारतम् — 3.103.5
Original
Segmented
त्वम् नस् त्राता विधाता च लोकानाम् लोक-भावनः त्वद्-प्रसादात् समुच्छेदम् न गच्छेत् स अमरम् जगत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| नस् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| त्राता | त्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विधाता | विधातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| भावनः | भावन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| समुच्छेदम् | समुच्छेद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| गच्छेत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| स | स | pos=i |
| अमरम् | अमर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |