महाभारतम् — 3.105.15
Original
Segmented
अस्माभिः विचिता राजञ् शासनात् तव पार्थिव न च अश्वम् अधिगच्छामो न अश्व-हर्तारम् एव च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अस्माभिः | मद् | pos=n,g=,c=3,n=p |
| विचिता | विचि | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| राजञ् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शासनात् | शासन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| पार्थिव | पार्थिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अश्वम् | अश्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अधिगच्छामो | अधिगम् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| न | न | pos=i |
| अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
| हर्तारम् | हर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |