महाभारतम् — 3.105.18
Original
Segmented
प्रतिगृह्य तु संदेशम् ततस् ते सगर-आत्मजाः भूय एव महीम् कृत्स्नाम् विचेतुम् उपचक्रमुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रतिगृह्य | प्रतिग्रह् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| संदेशम् | संदेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सगर | सगर | pos=n,comp=y |
| आत्मजाः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भूय | भूयस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| कृत्स्नाम् | कृत्स्न | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| विचेतुम् | विचि | pos=vi |
| उपचक्रमुः | उपक्रम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |