महाभारतम् — 3.105.21
Original
Segmented
असुर-उरग-रक्षांसि सत्त्वानि विविधानि च आर्त-नादम् अकुर्वन्त वध्यमानानि सागरैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| असुर | असुर | pos=n,comp=y |
| उरग | उरग | pos=n,comp=y |
| रक्षांसि | रक्षस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| सत्त्वानि | सत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| विविधानि | विविध | pos=a,g=n,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| आर्त | आर्त | pos=a,comp=y |
| नादम् | नाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अकुर्वन्त | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| वध्यमानानि | वध् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| सागरैः | सागर | pos=n,g=m,c=3,n=p |