महाभारतम् — 3.105.22
Original
Segmented
छिन्न-शीर्षाः विदेहाः च भिन्न-जानु-अस्थि-मस्तकाः प्राणिनः समदृश्यन्त शतशो ऽथ सहस्रशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| छिन्न | छिद् | pos=va,comp=y,f=part |
| शीर्षाः | शीर्ष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विदेहाः | विदेह | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| भिन्न | भिद् | pos=va,comp=y,f=part |
| जानु | जानु | pos=n,comp=y |
| अस्थि | अस्थि | pos=n,comp=y |
| मस्तकाः | मस्तक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्राणिनः | प्राणिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| समदृश्यन्त | संदृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| शतशो | शतशस् | pos=i |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |