महाभारतम् — 3.11.23
Original
Segmented
इतः प्रच्यवताम् रात्रौ यः स तेषाम् महात्मनाम् आवृत्य मार्गम् रौद्र-आत्मा तस्थौ गिरिः इव अचलः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इतः | इतस् | pos=i |
| प्रच्यवताम् | प्रच्यु | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| रात्रौ | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| महात्मनाम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| आवृत्य | आवृ | pos=vi |
| मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रौद्र | रौद्र | pos=a,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्थौ | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गिरिः | गिरि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अचलः | अचल | pos=a,g=m,c=1,n=s |